रविवार, 23 फ़रवरी 2020

चांद तुम लेफ्टिस्ट से हो गए हो

ए चांद ये सुना है
तुम जिहादी हो गए हो
चौदहवीं के चांद थे तुम
अब ईद के  ही हो गए हो !!

तुम  तो थे  प्रीतम  की
रचना का  सुंदर मुखड़ा
सुना है मुफलिसी की
रोटी भी हो गए हो !

चौदहवीं के चांद थे तुम
क्यों  ईदके ही हो गए हो

नीले से नभ पे तुम तो
तारों में जी रहे थे
हरहरा कर के अब तुम
दुश्मनी क्यूं बो रहे हो ?

चौदहवीं के चांद थे तुम
क्यूं ईद के ही हो रहे हो

ए चांद तुम भी
 Leftist से हो रहे हो !

सजते थे सदा   तुम
महाकाल की जटा में
कैसी किस की ये आज़ादी
क्यों जिहादी  रहे हो ?


ए चांद  तुम तो
अब लिफ्टिस्ट से  हो रहे हो !!
चौदहवीं के चांद थे तुम
क्यूं ईद के ही हो रहे हो


बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

The last leaf

सुनो
O' Henry की कहानी
'The last leaf'
 तो  पढ़ी ही होगी तुमने !

मैं Jhonsy सी
अब भी प्रतीक्षारत हूं
तुम्हारे भीतर के us
चित्रकार  Brehman की ...

अब जब कि
मैं अपने भीतर
फ़ैल चुके निराशा के
निमोनिया से
 मर रही हूं
शैनेः शैने..

सुनो brehman
क्या कूची
उठाओगे तुम ?
मेरे लिए
एक पत्ती
रचाओगे तुम ??

शनिवार, 15 फ़रवरी 2020

एक तरफ़ा मोहब्बत

बला सा रूप तेरा, मेरी नज़रों में समाना
बिन बताए फिर तेरा मुझे  मेरे दिल में  उतरना।
इन सब से तेरा  अनजान  होना , 
              कमबख्त मुझे तुझ से एक तरफा प्यार का होना

चांद सा चेहरा तेरा उस पर जुल्फों का आना,
तेरा उन्हें पकड़ना बाधना, फिर खोलना 
मेरा यूं तेरे को टकटकी लगा कर देखना ।
तेरी अदाओं पर मेरा पिघलना सांसो का थमना,
मेरे पर काबू ना होना 
         हाय कमबख्त मुझे एक तरफा मोहब्बत का होना

मेरी रूह में तेरा होना, तेरी हर बातों का अच्छा लगना
तेरी हर मुस्कुराहट पर मेरा पागल होना,
आये कोई नजदीक तेरी तो अंदर ही अंदर जलना,
 गुस्से से लाल होना।
पर बातों को दिल में दबाना,जमाना ना जान ना पाए, इसलिए किसी से कुछ ना कहना है।
       हाय कमबख्त मुझे तुझ से एक तरफा मोहब्बत का होना

नींद से बेवफाई करना ,मोहब्बतों की किताबें पढ़ना  हर पंक्ति  पर तुझको याद करना।
तुझ से चुराए हुए पैन को सीने से लगाना, फिर तेरा मेरे पास होने का एहसास होना।
            कमबख्त एक तरफा मोहब्बत का होना

अकेले बैठना, तेरी फोटो को देखना, तुझे याद करना।
 ख्वाब आना एक पल के लिए सही पर तू मेरी हमसफ़र होना तेरा मुझ पर अधिकार होना।
             कमबख्त मुझे तुझसे एकतरफा प्यार होना
                      
   गौरव कुमार खेड़ावत