tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post3163286207909431317..comments2024-03-20T18:53:05.516+05:30Comments on आपका ब्लॉग: दोहावली -डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-76693234395450154772014-02-07T11:02:52.571+05:302014-02-07T11:02:52.571+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Ramesh kumar chauhanhttps://www.blogger.com/profile/00086481509183214047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-56422104841769593672014-02-07T11:02:01.798+05:302014-02-07T11:02:01.798+05:30सादर थन्यवादसादर थन्यवादRamesh kumar chauhanhttps://www.blogger.com/profile/00086481509183214047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-64680647507110911622014-02-05T23:54:40.827+05:302014-02-05T23:54:40.827+05:30भ्रष्टाचार बने यहां, कलंक अपने माथ ।
कलंक धोना आप...भ्रष्टाचार बने यहां, कलंक अपने माथ ।<br />कलंक धोना आपको, देना मत तुम साथ ।।<br /><br />हल्ला भ्रष्टाचार का, करते हैं सब कोय ।<br />जो बदलें निज आचरण, हल्ला काहे होय ।।<br /><br />घुसखोरी के तेज से, तड़प रहे सब लोग ।<br />रक्तबीज के रक्त ये, मिटे कहां मन लोभ ।।<br /><br />रूकता ना बलत्कार क्यों, कठोर विधान होय ।<br />चरित्र भय से होय ना, गढ़े इसे सब कोय ।।<br /><br />जन्म भये शिशु गर्भ से, कच्ची मिट्टी जान । <br />बन जाओ कुम्हार तुम, कुंभ गढ़ो तब शान ।।<br /><br />लिखना पढना क्यो करे, समझो तुम सब बात ।<br />देश धर्म का मान हो, गांव परिवार साथ ।। <br /><br />पुत्र सदा लाठी बने, कहते हैं मां बाप ।<br />उनकी इच्छा पूर्ण कर, जो हो उनके आप ।।<br /><br /><br />बहुत सुन्दर और सार्थक प्रेरक दोहावली। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-21280085851863845232014-02-04T17:52:59.869+05:302014-02-04T17:52:59.869+05:30सादर धन्यवादसादर धन्यवादRamesh kumar chauhanhttps://www.blogger.com/profile/00086481509183214047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-7309582164268572872014-02-04T11:26:22.516+05:302014-02-04T11:26:22.516+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
--
आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बुधवार (05-02-2014) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">"रेखाचित्र और स्मृतियाँ" (चर्चा मंच-1514) </a> पर भी होगी!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-62835082367793607162014-02-03T21:50:00.828+05:302014-02-03T21:50:00.828+05:30सुंदर दोहे !सुंदर दोहे !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com