tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post4440296303819555119..comments2024-03-20T18:53:05.516+05:30Comments on आपका ब्लॉग: छः दोहे .....डा श्याम गुप्त ..डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-53903698831203828752013-11-17T20:58:59.796+05:302013-11-17T20:58:59.796+05:30
त्रिभुवन गुरु औ जगत गुरु, जो प्रत्यक्ष सुनाम,
जन्...<br />त्रिभुवन गुरु औ जगत गुरु, जो प्रत्यक्ष सुनाम,<br />जन्म मरण से मुक्ति दे, ईश्वर करूं प्रणाम | २<br /><br />हे माँ! ज्ञान प्रदायिनी,ते छवि निज उर धार,<br />सुमिरन कर दोहे रचूं, महिमा अपरम्पार | ३<br /><br />श्याम सदा मन में बसें, राधाश्री घनश्याम,<br />राधे राधे नित जपें, ऐसे श्रीघनश्याम | ४<br /><br />अंतर ज्योति जलै प्रखर, होय ज्ञान आभास,<br />गुरु जब अंतर बसि करें,गोविंद नाम प्रकाश | ५<br /><br />शत शत वर्षों में नहीं, संभव निष्कृति मान,<br />करते जो संतान हित, मातु-पिता वलिदान |६<br /><br />भाव और अर्थ सौंदर्य से संसिक्त दोहावली। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-10887787613507632432013-11-17T07:11:06.678+05:302013-11-17T07:11:06.678+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (17-11-2013) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/11/1432.html" rel="nofollow"> "लख बधाईयाँ" (चर्चा मंचःअंक-1432) </a> पर भी है!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />गुरू नानक जयन्ती, कार्तिक पूर्णिमा (गंगास्नान) की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com