tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post4824594053458083044..comments2024-03-20T18:53:05.516+05:30Comments on आपका ब्लॉग: नरेंद्र मोदी इस लायक नहीं हैं की उन्हें हिंदुस्तान का वजीरे आलम बनाया जाएडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-68571993028463690642013-11-05T08:32:00.664+05:302013-11-05T08:32:00.664+05:30
ये सेकुलर सरकार किस चिड़िया का नाम है ?
वह जो को...<br />ये सेकुलर सरकार किस चिड़िया का नाम है ?<br /><br />वह जो कोयला चुगती है। चारा खाती है। जिसके कई चहेते पाकिस्तानी विचारधारा के लोग इंडियन मुजाहिदीन की हिमायत करते हैं । उनके मानवाधिकारों की बात करते हैं।<br />संसद सदस्य मोहमद अदीब साहब जिन अमरीकी हिन्दुस्तानियों से मिल रहें हैं कहीं वह उनकी तरह के चौदवहीं शती की जहनियत वाले तआस्सउबी लोग तो नहीं हैं ?<br /><br />तआस्सउबी -नस्ली और खानदानी पक्षपाती ,बे -जा (अनुचित )तरफ दारी करने वाला ,धार्मिक <br /><br />पक्षपाती कहलाता है । <br /><br />ये कहीं वैसे सेकुलर तो नहीं हैं जो मिनिस्टर होते हुए विरोधी को कहते हैं :मेरे शहर में आके देखना <br /><br />,वापस कैसे जाते हो देखूंगा। ये वो सेकुलर तो नहीं जो संयुक्त राष्ट्र संघ में जाकर अपने देश के<br /><br />प्रतिवेदन के बजाय दूसरे देश का <br /><br />प्रतिवेदन पढ़ने लगते हैं। ये कहीं वैसा सेकुलर होने की बात तो नहीं है जो विरोधी पर बुलडोज़र चलाने <br /><br />की धमकी देता है ,ऐसे सेकुलर चारा तो खा सकते हैं, बुलडोज़र बीच में कहाँ से ले आये। ये कहीं ऐसे <br /><br />सेकुलर तो नहीं हैं जो विरोधी का मनोबल तोड़ने के लिए आतंकवादियों से हाथ मिलाते हैं। लोकतांत्रिक <br /><br />विरोधी का मनोबल तोड़ने के लिए आतंकवादियों से हाथ मिलाते हैं और परोक्ष रूप से वे आई. एस. <br /><br />आई. के दखल का रास्ता बनाते हैं। क्या अदीब साहब ये बताएँगे कि वे खुद कौन से सेकुलर हैं। सबके <br /><br />बारे में अगर उनको याद न रहे तो महज़ इतना ही बतादें कि वह मज़हबी सेकुलर हैं या फिर जातिवादी <br /><br />या फिर जेहादी। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-5556684218508518742013-11-05T07:07:14.709+05:302013-11-05T07:07:14.709+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार (05-11-2013) <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/11/1420.html" rel="nofollow"> भइया तुम्हारी हो लम्बी उमर : चर्चामंच 1420 </a> पर भी होगी!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />दीपावली के पंचपर्वों की शृंखला में <br />भइया दूज की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-22987327356692710472013-11-04T12:42:23.894+05:302013-11-04T12:42:23.894+05:30 सोने की चिड़िया मरे, रही फड़फड़ा पंख |
घोंघे तो संतु... सोने की चिड़िया मरे, रही फड़फड़ा पंख |<br />घोंघे तो संतुष्ट हैं, मुतमईन है शंख |<br /><br />मुतमईन है शंख, जोर से चले बजाते |<br />ले घंटा-घड़ियाल, झूठ को सत्य बनाते |<br /><br />रखें ताक़ पर बुद्धि, चले ये काँटा बोने |<br />देते ये झकझोर, हमें ना देंगे सोने ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-35159515061942176452013-11-04T12:30:51.669+05:302013-11-04T12:30:51.669+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-62775719383595339152013-11-04T12:04:38.520+05:302013-11-04T12:04:38.520+05:30बापू होते खेत इत, भारत चाचा खेत |
सेत-मेत में पा ग...बापू होते खेत इत, भारत चाचा खेत |<br />सेत-मेत में पा गए, वंशावली समेत |<br /><br />वंशावली समेत, समेंटे सत्ता सारी |<br /> मद कुल पर छा जाय, पाय के कुल-मुख्तारी |<br /><br />"ताल-कटोरा" आय, लगाते घोंघे गोते |<br />धोते "रविकर" पाप, आज गर बापू होते -रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com