tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post7942013310540486621..comments2024-03-20T18:53:05.516+05:30Comments on आपका ब्लॉग: ऐसे ही भारत को सोने की चिड़िया नहीं कहा गया है - एक दिन शोभन सरकार ये भी बोलेंगे , अर्थव्यवस्था के झोल खोलेंगे, फिर एक दिन अपने "मोहन" को भी सोने से तौलेंगे। डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-44033223789364506572013-10-24T07:52:47.959+05:302013-10-24T07:52:47.959+05:30गंडा बाँधे फूँक कर, थू थू कर ताबीज |
गड़ा खजाना खो...गंडा बाँधे फूँक कर, थू थू कर ताबीज |<br />गड़ा खजाना खोद के, रहे हाथ सब मींज |<br /><br />रहे हाथ सब मींज, मरी चुहिया इक निकली |<br />करे मीडिया मौज, उड़ा के ख़बरें छिछली |<br /><br />रकम हुई बरबाद, निकलते दो ठो हंडा |<br />इक तो भ्रष्टाचार, दूसरा प्रोपेगंडा |रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-2339552253490858052013-10-24T07:51:51.626+05:302013-10-24T07:51:51.626+05:30जाने ये क्या हो रहा, सपने पर इतबार ।
मर्यादा स्वा...जाने ये क्या हो रहा, सपने पर इतबार । <br />मर्यादा स्वाहा हुई, जीता धुवाँ-गुबार । <br />जीता धुवाँ गुबार, खुदाई चालू आहे । <br />रही हिलोरें मार, निकम्मी रविकर चाहें । <br />बाबा तांत्रिक ढोंग, लगे फिर रंग जमाने । <br />होय हाथ में खाज, खोजते लोग खजाने ॥ <br />रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6034667824449341577.post-37897060270031693672013-10-22T13:51:50.979+05:302013-10-22T13:51:50.979+05:30हा हा मस्त आलेख ...हा हा मस्त आलेख ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com