मानव = नर व नारी ...नहीं बदला ...न सभ्य हुआ ...फिर किसी की स्मृति क्या...
― Albert Einstein = का कथन कोइ नया नहीं है.......---- यह तो हिन्दू- साहित्य में जाने कितने पहले से ही कहा गया है ...यह संसार स्वप्न की माया है अतः मोक्ष की कामना करें...
बदले युगमानव तुम कभीहुए ना सभ्यबहुत ही सुंदर हाइकू की रचना हुई है साधु साधु
मानव = नर व नारी ...नहीं बदला ...न सभ्य हुआ ...फिर किसी की स्मृति क्या...
जवाब देंहटाएं― Albert Einstein = का कथन कोइ नया नहीं है.......
जवाब देंहटाएं---- यह तो हिन्दू- साहित्य में जाने कितने पहले से ही कहा गया है ...
यह संसार स्वप्न की माया है अतः मोक्ष की कामना करें...
बदले युग
जवाब देंहटाएंमानव तुम कभी
हुए ना सभ्य
बहुत ही सुंदर हाइकू की रचना हुई है साधु साधु