शनिवार, 19 अक्टूबर 2013

श्रुति मन्त्र सरीखी पावन जिनकी वाणी है , भारत का जन मन उन पर बलिहारी है।



श्रुति मन्त्र सरीखी पावन जिनकी वाणी है ,

भारत का जन मन उन पर बलिहारी है। 


जगद्गुरु कृपालुजी महाराज का आज ९२ वां जन्मदिन है इस अवसर पर उन्हें समर्पित भाव :


श्रुति मन्त्र सरीखी  जिनकी पावनवाणी है ,

भारत का जन मन उन पर सदा  बलिहारी है। 

जगद्गुरु महान कृपालु प्रेमरसावतारी  हैं,

जननी उनकी सकल पूज्य सन्नारी है। 

श्रद्धावनत शिष्य मण्डली सुरभित सी फुलवारी है ,

दृष्टि सहजा ,सुखदा वरदा और सुमंगल कारी है।

शत शत नमन कहे  ,हर सेवक श्रीपदाम्बुजानुचारी है ,

सर्वशाश्त्र पारंगत ऐसे संत की ,शोभा न्यारी है ,

जन्म दिवस हों ,पार -शतायु ,कामना हमारी है ,

भारत भू ऐसे ऋषियों की अद्भुत सुन्दर क्यारी है। 

http://www.youtube.com/results?search_query=jkyog.org&oq=jkyog.org&gs_l=youtube.3..0.3629.9659.0.10977.9.6.0.3.3.0.90.447.6.6.0...0.0...1ac.1.11.youtube.eMI_Gxx-ey8

Why is Sadhana (Devotion) important in the modern age? [Interview with Swami Mukundananda]

3 टिप्‍पणियां:

  1. जगतगुरू कृपालु महराज की जय, जन्मदिन की मंगल शुभकामनाएं

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (20-10-2013)
    शेष : चर्चा मंचःअंक-1404 में "मयंक का कोना"
    पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  3. जन्मदिन पर शुभकामनाएं सुंदर अभिव्यक्ति !

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