सोमवार, 21 अक्टूबर 2013

अजब खजाना, गजब खजाना,

अजब खजाना, गजब खजाना, महा खजाना
संतो की महिमा को कब किसने जाना।।
कभी मारीच वेश में आकर सीता को छलने का काम किया
कभी कालनेमी बन करके बजरंगबली का शिकार बना।।
आसाराम घूम-घूम करके खुद को कन्हैया कहते थे
अब दुष्कर्मों के चलते कारागार में जाना स्वीकार किया।।
एक संत सोभन ने फिर से चमत्कार की बात कही है
दुनियावी चक्कर में फंसकर वह भी खुद की जाल बुनी है।।
कितना सच होगा यह सपना यह तो समय बतायेगा
हंस चुनेगा दाना दुनका कौवा मोती खायेगा।।

10 टिप्‍पणियां:

  1. ये सब चुनाव २०१४ से ध्यान हटाने के हथकंडे हैं कोंग्रेस ही हार सुनिश्चित है उसने मान लिया है अब संत ही अर्थ व्यवस्था को दोबारा पटरी पर ला सकते हैं सोने की लंका भी खोजी जाएगा ये तो बित्ता सा खजाना है भाई। बढ़िया विषय पे लिखा है आपने।

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    1. वीरेन्द्र जी उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद

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  2. और भाई साहब जब एक चैनल दिन रात पुरानी चीज़ें ही ढूंढता रहता है मसलन कभी उसे कभी हनुमान का लंगोट मिलता है कभी शिव जी का टूटा हुआ धनुष फिर भारत सरकार सोने का खजाना क्यों न खोजे

    असली सरकार है शोभन सरकार ,

    ये तो ठहरी रिमोटिया सरकार।

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  3. ऐसे ही भारत को सोने की चिड़िया नहीं कहा गया है ,

    एक दिन शोभन सरकार ये भी बोलेंगे ,

    अर्थव्यवस्था के झोल खोलेंगे।


    एक दिन अपने "मोहन" को भी सोने से तौलेंगे।

    उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे उन्‍नाव जिले के डौंडिया खेड़ा गांव में 1 हजार टन सोना होने के दावे के बाद अब फतेहपुर जिले में ढ़ाई हजार टन सोना होने की खबर है। ये दावा भी स्‍वामी शोभन सरकार ने ही किया है। शोभन सरकार ने उन्नाव के अलावा फतेहपुर और कानपुर में भी सोने का खजाना होने की सूचना सरकार तक पहुंचाई है। फतेहपुर के भिटौरा ब्लॉक में गंगा के किनारे आदमपुर गांव है। बाबा की भविष्यवाणी के अनुसार, वहां मौजूद शिव मंदिर के पास के खंडहर में रीवा नरेश का काफी सोना दबा हुआ है।

    Read more at: http://hindi.oneindia.in/news/india/after-unnao-gold-rush-in-adampur-268835.html

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  4. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार (22-10-2013) मंगलवारीय चर्चा---1406- करवाचौथ की बधाई में "मयंक का कोना" पर भी होगी!
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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    करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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    1. श्री शास्त्री जी चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत-बहुत आभार।

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  5. बहुत सुन्दर और सामयिक रचना |
    नई पोस्ट मैं

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