शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2014

खुदा की कयानात / कयानात का खुदा




खुदा की कयानात विरूद्ध कयानात का खुदा
http://pathic64.blogspot.com

1 टिप्पणी:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शनिवार (15-02-2014) को "शजर पर एक ही पत्ता बचा है" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1524 में "अद्यतन लिंक" पर भी है!
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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    अलविदा प्रेमदिवस।
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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