मंगलवार, 11 मार्च 2014
सूर्य चन्द्र सितारे----पथिकअनजाना---512 वीं पोस्ट
सूर्य
चन्द्र
सितारे
ग्रह
सारे
के
सारे
मानों
किसी
हुक्माधीन
गुजरते
हैं
कही
विश्राम
न
अन्य
कोई
काम
नही
न
कोई
इच्छा
न
किसी
की
परवाह
हैं
कोई
अपने
पराये
न
कोई
कशमकश
गम
खुशी
का
कहीं
नाम
धाम
नही
है
दूजे
आकलन
क्या
करते
क्यों
करते
किस
आधार
पर
लोग
किया
करते
हैं
कोई
प्रयोजन
संयोजन
नही
न
क
ोई
चापलूसी
रूठना
या
मुस्कराहट
नही
विचलित
क्रोधित
होते
जब
दिखाते
ये
महत्व
ताण्डव
सृष्टि
में
करते
हैं
मानवीय
कुकृत्यों
की
होती
अति
हैं
इनकी
क्रोधी
नजरों
को
धरा
झेलती
पथिक अनजाना
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