मंगलवार, 3 जून 2014

सेहतनामा

सेहतनामा 

(१) गर्मी के मौसम में धूप  से असरग्रस्त चमड़ी के ताम्बेजैसा होने को मुल्तवी रखने के लिए चेहरे पर ताज़ा टमाटर काटके मलें। पंद्रह मिनिट बाद मुलायमियत के साथ आहिस्ता से चेहरा धोलें ,रगड़ें नहीं। 



(२) अंदर बाहर से संक्रमण सूजन (रोगपूर्व की स्थिति )बोले तो इन्फ्लेमेशन से बचाने के लिए कुदरत ने  सब्ज़ियों के राजा आलू को विटामिन -C ,विटामिन -B और पोटेशियम खनिज से भर दिया है। छिलके समेत आलू खाएं। अच्छे से गर्म पानी से साफ़ करें पकाने से पहले ,काटने के बाद पानी में न भिगोएं ,भिगो दिया है तो इस पानी का इस्तेमाल सब्ज़ी में ही करें इसे फेंके न। 



(३) मख्खन विटामिन -A की सहज ज़ज़्ब होने वाली किस्म लिए रहता है। थायरॉइड और एड्रीनल (अड्रीनल )ग्रंथियों की सेहत के लिए यह बढ़िया साबित होता है। दांतों को खोखला होने से भी थामे रहता है। 



(४) मीठे नीम्बू (लाइम ज्यूस )का ज्यूस गुर्दों में पथरी को बनने से रोकने में समर्थ है। इसमें मौजूद साइट्रिक अम्ल एक कुदरती उपाय है केल्शियम क्रिस्टलों से पैदा होने वाली पथरी को मुल्तवी रखने का। 



(५)सुबह उठकर पानी पीना बड़ी आंत के आगे के हिस्से (COLON )को साफ़ सुथरा रखने में मददगार साबित होता है लिहाज़ा खाने में मौजूद पुष्टिकर तत्वों की  जज़्बी में भी सुधार आता है। 

(६)अपनी खुराक में किसी भी बिध लेमन ग्रास को शरीक कीजिये। यह लिवर(यकृत ,जिगर ) की सफाई में काम आता है। अग्नाश्य (PANCREAS )तथा गुर्दों को भी साफ़ रखने में सहायक साबित होता है। मूत्राशय तथा पाचन मार्ग को भी साफ़ सुथरा दुरुस्त रखने में सहायक सिद्ध हुआ है। 

2 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बुधवार (04-06-2014) को "आ तुझको मैं अपनी कूची में उतार लूँ " (चर्चा मंच 1633) पर भी है!
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    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  2. बहुत अच्छी प्रस्तुति. आजकल कोल्ड ड्रिंक्स के प्रचालन से लोग-बाग़ प्राकृतिक पेय पदार्थों का प्रयोग कम करते जा रहे है. आम की शिकंजी और आंवले का मुरब्बा सस्ते, सुलभ पदार्थ अहिं जिनका उपयोग करके गर्मियों में सेहत का ख्याल रखा जा सकता है. 'आपका-ब्लॉग' पर आ कर अच्छा लगा.

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