♥कुछ शब्द♥: खो गयी हँसी: वो ढूंड रही है हँसने का बहाना जाने कहाँ खो गया वो ज़माना हंसती थी बिन बात बे ठिकाना नहीं मिलता उसे अब हँसने का एक भी बहाना .......
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। -- आपकी इस' प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (13-06-2014) को "थोड़ी तो रौनक़ आए" (चर्चा मंच-1642) पर भी होगी! -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस' प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (13-06-2014) को "थोड़ी तो रौनक़ आए" (चर्चा मंच-1642) पर भी होगी!
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक