गुरुवार, 1 जनवरी 2015

रंग-ए-जिंदगानी: तलाश जारी हैं...

रंग-ए-जिंदगानी: तलाश जारी हैं...: चलती हुई बस चलाता हुआ बस चालक यात्रियों के बीच बेठा हुआ एक अच्छा आदमी सहयात्री, सहपाठी या अलग-थलग लगता है या हैं..... अचा...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें