शुक्रवार, 8 मई 2015

मोबाइल से नकल मोटी अकल

अभी हाल ही की बात है। सोनियापुत्र राहुल नेपाल त्रासदी पर अपनी संवेदनाएं लिखने नेपाली दूतावास पहुंचे और अपने मोबाइल से टीप टीप कर कॉमेंट्स बुक में लिखने लगे। ध्यान पूर्वक बारहा लौट लौट कर अपने लिखे को चेक भी करते रहे। कमाल है ये चौवालीस साला बालक अपनी संवेदनाएं भी बिना बाहरी इमदाद के अभिव्यक्त नहीं कर सकता। आपने सिद्ध कर दिया है किस प्रकार  इसी मोबाइल प्राविधि का इस्तेमाल करके आपने अपनी डिग्रियां हासिल की हैं।

पूछा जा सकता है क्या ज़नाब देश भी मोबाइल के ज़रिये ही चलाएंगे।भैयाजी मम्मी जी को भी बतलादो आइन्दा के लिए भाषण के लिए कागज़ पे लिखा भाषण पढ़ना छोड़ो। मोबाइल से पढ़ो , देश बचाओ।

लेबल :मोबाइल से नकल मोटी अकल 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें