सोमवार, 15 जून 2015

दुनियाँ में मजाक शराफत है और क्या है

दुनियाँ में मजाक शराफत है और क्या है
जिंदगी हर कदम आफत है और क्या है

मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरूद्वारा
मजहबी सियासत है और क्या है
 
जिसे कहते हैं मुहब्बत का ताज हम
पसीने की विरासत है और क्या है

इश्क जालिम है इश्क को छोड़िए भी 
ये उम्र भर की सांसत है और क्या है

हाय आधी रात को क्यों बेचैन हो गया
उफ ये किसी की हरकत है और क्या है

रोटी खिलाकर दुआंए ले भी लीजिए
दुआओं में ही बरकत है और क्या है

अमन के दो बोल हैं इस फकीरी में
मुहब्बत की रियासत है और क्या है

सब हैरत खाने लगे मेरे कामयाबी पे
सब खुदा की इनायत है और क्या है

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