मंगलवार, 21 जुलाई 2015
श्रीजगन्नाथ रथयात्रा नोवाई (मिशिगन )
पसंद
·
टिप्पणी
·
साझा करें
मिशिगन राज्य के नोवाई शहर को हर बरस रथयात्रा निकालने का गौरव प्राप्त है। तकरीबन सोलह हज़ार अाबादी वाले इस खूबसूरत नगर के
तमाम कॉन्सलर्स तथा मेयर इस अवसर पर शिरकत करते हैं। यात्रा स्थानीय नगर की लाइब्रेरी के निकट एक पार्क में पहुंचकर संपन्न होती है।
गत
कई बरसों से मुझे इसमें शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त होता आ रहा है। इस बरस तमाम आमंत्रित सदस्यों को भगवद गीता की एक प्रति भेंट की
गई इस सन्देश के साथ कि यह जीवन के विज्ञान का ग्रन्थ है कृष्ण भावनाभावित होने रहने ,कृष्ण के विज्ञान को समझने का ग्रन्थ है।जो मानव
मात्र के
लिए। फिर चाहे वह किसी रंग जाति मज़हब से ताल्लुक रखता हो।
इस मौके पर आयोजकों ने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का विशेष उल्लेख किया जिन्होंने अपनी विदेश यात्राओं के दौरान इस ग्रन्थ को कई नामचीन
हस्तियों को भेंट किया है। अमरीकी समाज एक खुला समाज है जो हर अच्छी चीज़ को सीखने समझने की कैफियत रखता है। यहां की धरती हर
अच्छे विचार का न सिर्फ स्वागत करती है उसे जड़ें बनाने का पूरा मौक़ा भी देती है। रथयात्रा के इस सांस्कृतिकपर्व पर विविधता पूर्ण आयोजन
दिन भर चलते हैं।
महामंत्र: हरे रामा हरे रामा ,रामा ,रामा ,हरे हरे ,हरे कृष्णा ,हरे कृष्णा ,कृष्णा ,कृष्णा , हरे हरे से पूरा परिवेश ऊर्जित होता है।
कलियुग केवल नाम अधारा ,सिमर सिमर नर उतरहि पारा
कलियुग केवल नाम अधारा , सुमिर सुमिर नर उतरहि पारा
(१)कलियुग केवल नाम अधारा ,
सुमिर सुमिर नर उतरहि पारा।
सुमिर सुमिर नर पावहि पारा।
(२)हर सांस में हो सुमिरन तेरा ,
यूं बीत जाए जीवन मेरा।
(३) हरे रामा हरे रामा ,रामा रामा हरे हरे ,
हरे कृष्णा हरे कृष्णा ,कृष्णा कृष्णा हरे हरे।
हरेर नाम हरेर नाम ,हरेर नमेव कैवलम।
जैसे उपनिषद में महावाक्य हैं ,सूक्तियाँ हैं
वैसे ही कलियुग के प्राणियों के लिए ये
महामंत्र हैं:
(4)नाम लिया जिन, सब कुछ किया ,
सकल शाश्त्र कबीर ,बिना नाम नर मरगया पढ़ पढ़ चारों
वेद।
श्रीजगन्नाथ रथयात्रा नोवाई (मिशिगन )
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें