शुक्रवार, 21 अगस्त 2015

श्रद्धा और सदाशयता आदमी के सर चढ़के बोलती है। मोदी ने अक्सर वही मार्ग चुना है जो श्रेयस है



 हमारे अज़ीमतर प्रधानमन्त्री नरेंद्र दामोदर मोदी जी की आबू धाबी यात्रा का बढ़िया खुलासा करती है आपकी ये पोस्ट। एक दम से वस्तुपरक और सटीक संक्षिप्त तथा सुन्दर। श्रद्धा और सदाशयता आदमी के सर चढ़के बोलती है। मोदी ने अक्सर वही मार्ग चुना है जो श्रेयस है सबके लिए कल्याणकारी है। प्रेयस (खुद को प्रिय लगने वाला मार्ग तो सभी चुन लेते हैं। 

एक प्रतिक्रिया ब्लॉग पोस्ट :

http://kumar651.blogspot.com/2015/08/narendra-modi-in-uae-proud-moment-for.html#comment-form

जैसा की आप सब जानते ही होंगे की मैं करीब १३ सालों से आबू धाबी में कार्यरत हूँ, इन सालों में पहली बार अपने प्रधानमंत्री की आबू धाबी की यात्रा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रविवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ। एयरपोर्ट पर अबू धाबी के शहजादे जायेद अल नह्यान ने प्रोटोकॉल से हटकर मोदी की अगवानी की। मोदी का स्वागत करने के लिए शहजादे के साथ उनके पांच भाई भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे। इस खाड़ी देश की 34 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है।अपने इस स्वागत से खुश मोदी ने ट्वीट किया कि मैं हिज हाईनेस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान के हवाईअड्डे आकर मेरा स्वागत करने के विनम्र व्यवहार की दिल से तारीफ करता हूं।

यूएई में अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम के तौर पर प्रधानमंत्री शेख जायेद मुख्य मस्जिद भी गए। यह मस्जिद सऊदी अरब के मक्का और मदीना के बाद दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद है। मस्जिद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चिरपरिचित अंदाज में भी नजर आए। उन्होंने मस्जिद में लोगों के साथ सेल्फी भी ली। गौरतलब है कि मोदी अपने विदेश दौरों के दौरान अक्सर ऐसा करते रहे हैं।




मोदी भारतीय मजदूरों के कैंप में जाकर भी उनसे बात किये और उनकी समस्याओं को समझें। I-CAD आवासीय लेबर कैंप है। यहां पर भारतीय उपमहाद्वीप के हजारों प्रवासी मजदूर रहते हैं। यह कैंप एक वर्ग किलोमीटर से ज्यादा में फैला है।


अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआईए) के महानिदेशक हामिद बिन जायेद अल नह्यान ने मोदी के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया है। भोज में अरबी भोजन के अलावा भारतीय व्यंजन भी परोसे गए। नरेंद्र मोदी जी ने इस आवभगत की बहुत सराहना किये।

मोदी की इस यात्रा को भारत और यूएई के बीच व्यापार एवं सुरक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह चाहते हैं कि यूएई आतंकवाद विरोधी मुहिम में भारत का अग्रणी सहयोगी बने।
UAE सरकार ने अबू धाबी में एक मंदिर के निर्माण के लिए जमीन देने का फैसला किया है। संयुक्त अरब अमीरात के इस फैसले को एक बड़े कदम की तरह देखा जा सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने UAE सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए ट्वीट किया, 'UAE के भारतीय समुदाय के लिए एक लंबा इंतजार खत्म हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के मौके पर UAE सरकार ने अबू धाबी में मंदिर निर्माण के लिए जमीन देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने UAE सरकार के इस फैसले को एक बड़ा कदम बताया है।

                                 दुबई के एक क्रिकेट स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 50 हज़ार अप्रवासी भारतीय को संबोधित करेंगे। इस स्टेडियम की क्षमता 40 हज़ार लोगों की है, लेकिन पीएम मोदी का भाषण सुनने के लिए 50 हज़ार लोगों ने टिकटें खरीदी हैं।

जिन लोगों को स्टेडियम के भीतर जाने की टिकट नहीं मिली है वे लोग पीएम मोदी का भाषण स्टेडियम के बाहर लगे बड़े टेलीविज़न स्क्रीन पर देख पाएंगे। लोकप्रिय रेडियो स्टेशन पर भी पीएम मोदी के भाषण को कई अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद कर प्रसारित किया जाएगा।

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