शनिवार, 29 अगस्त 2015
जय सोनी मोनी मूढ़मते , जो केजरवाल के संग रचे , अब तो हरिहर ही लाज रखे
http://veerubhai1947.blogspot.com/
इनके माथे पे सलवटें देखो ,
साजिशों की आहटें देखों।
Shekhar Gemini
ने
राम पुकार ठाकुर
की
चित्र
साझा की.
12 घंटे
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इनके मुंह से कभी भारत माँ की जय नहीं सूना। क्या
आपने सुना है ?
इनके माथे पे सलवटें देखो ,
साजिशों की आहटें देखों।
जय सोनी मोनी मूढ़मते ,
जो केजरवाल के संग रचे ,
अब तो हरिहर ही लाज रखे।
कल पढ़ियेगा ये पूरी रचना।
अभी रचनाधीन है।
इनके माथे पे सलवटें देखो ,
साजिशों की आहटें देखों।
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