रविवार, 27 नवंबर 2016

Meena sharma: कवि की कविता

Meena sharma: कवि की कविता: मन के एकांत प्रदेश में, मैं छुपकर प्रवेश कर जाती हूँ. जीवन की बगिया से चुनकर गीतों की कलियाँ लाती हूँ।। तुम साज सजाकर भी चुप हो मैं ब...

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