शनिवार, 23 सितंबर 2017
चिड़िया: बस, यूँ ही....
चिड़िया: बस, यूँ ही....
: नौकरी, घर, रिश्तों का ट्रैफिक लगा, ज़िंदगी की ट्रेन छूटी, बस यूँ ही !!! है दिवाली पास, जैसे ही सुना, चरमराई खाट टूटी, बस यूँ ही !!! ड...
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