बुधवार, 14 मार्च 2018

चिड़िया: बाँसुरी

चिड़िया: बाँसुरी: बाँसुरी - 1- बाँस का इक नन्हा सा टुकड़ा, पोर - पोर में थीं गाँठें ! जीवित था पर प्राण कहाँ थे ? चलती थीं केवल साँसें !!! मन का मौजी,...

1 टिप्पणी:

  1. निमंत्रण

    विशेष : 'सोमवार' १९ मार्च २०१८ को 'लोकतंत्र' संवाद मंच अपने सोमवारीय साप्ताहिक अंक में आदरणीया 'पुष्पा' मेहरा और आदरणीया 'विभारानी' श्रीवास्तव जी से आपका परिचय करवाने जा रहा है।

    अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/

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