शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

चन्द माहिया

चन्द माहिया

01
कुछ याद तुम्हारी है
उस से ही दुनिया
आबाद हमारी है

02
जब तक कि सँभल पाता
राह-ए-उल्फ़त में
ठोकर हूँ नई खाता

03
लहराओ न यूँ आँचल
दिल का भरोसा क्या
हो जाए न फिर पागल

04
जीने का जरिया था
सूख गया वो भी
जो प्यार का दरिया था

05
गिरते न बिखरते हम
काश ! सफ़र में तुम
चलते जो साथ सनम

आनन्द.पाठक

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