रविवार, 13 सितंबर 2020

पंचिक "पट्टी बाँधी"


पंचिक

पट्टी बाँधी राज माता भीष्म हुआ दरकिनार,

द्रौपदी की देखो फिर लज्जा हुई तार तार।

न्याय की वेदियों पर,

चलते बुलडोजर,

शेरों के घरों में जब जन्म लेते हैं सियार।।

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बासुदेव अग्रवाल 'नमन'

तिनसुकिया

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