शुक्रवार, 22 जनवरी 2021

चन्द माहिए --

 चन्द माहिए


:1:
सजदे में इधर हैं हम
और उधर दिल है
दर पर तेरे जानम

;2;
जब से है तुम्हें देखा
दिल ने कब मानी
कोई लछ्मन  रेखा

:3:
क्या बात हुई ऐसी
दिल में अब तेरे
चाहत न रही वैसी

:4:
समझो न ये पानी है
क़तरा आँसू का
ख़ुद एक कहानी है

5
इक राह अनोखी है
जाना है सब को
पर किसने देखी है ?

-आनन्द पाठक-

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