शुक्रवार, 26 मार्च 2021

मैं ज़िंदगी

 मैं 'ज़िंदगी' ...

चलिए .... आज थोड़ी गुफ्तगू करते है .... थोड़ा मुझ से ... थोड़ा सा खुद से .. खुद को रूबरू करते है ... बस आप कहे ... और मैं सुनूं ... चलिए न .. आज.... थोड़ा यूं करते है !! आज कुछ खुद से कुछ ज़िंदगी से ऐसी ही खूबसूरत आरज़ू करते है !!

5 टिप्‍पणियां:

  1. मुग्ध करती रंग बिखेरती रचना - - शुभकामनाओं सह।

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  2. मैं 'ज़िंदगी' ...

    चलिए ....
    आज थोड़ी गुफ्तगू करते है ....
    थोड़ा मुझ से ...
    थोड़ा सा खुद से ..
    खुद को रूबरू करते है ...

    सार्थक रचना आज व्यक्ति के पास कहां समय है अपने लिए

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