शनिवार, 19 जून 2021

आइये समंदर को बदल डालें

 

आइये समंदर को बदल डालें

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आइये आज समंदर को बदल डालें ,
मेरे  कुछ शेर हैं उनमें वज़न डालें |
मगर बदलूं कैसे बदनसीब मुक़द्दर, 
चलो हाथ की लकीरों में खलल डालें |

_________हर्ष महाजन

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