शुक्रवार, 20 अगस्त 2021

दे भी दो न

 सुनो

अपने गुलशन से

थोड़ी ख़िजा

या थोड़ी सी

बहार दे दो न


थोड़े सपने,

थोड़े अपने,

अपनी गुल्लक से मुझे

थोड़ा सा

उधार दे दो न


चातक सही

पपीहा सही 

थोड़ा मेघ 

थोड़ा मल्हार दे दो न


खुश हो जाऊंगी 

तुम्हें देखकर..

पानी में सही 

मेरे चांद,  

थाली में  दीदार दे दो न


#sandhya rathore

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