'क्षितिज' एक ऐसा स्थान जहां धरती और आकाश के मिलने का भान मात्र होता है ।भान मात्र इसलिए कहा, क्योंकि क्या धरती और आकाश का मिलना संभव है? वह तो केवल आभास मात्र है। आभास भी बड़ा ही महत्वपूर्ण शब्द है। यह आभास ही जीवन जीने की कड़ी है। यदि आभास ना हो तो यह दुनिया ही न हो। यह संसार भी तो आभास मात्र ही है। सबका आभास बना रहे और संसार चलता रहे।🙏🙏🙏
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