बुधवार, 19 फ़रवरी 2014

मिटाने को दूरियाँ –पथिक अनजाना--- 490 वीं पोस्ट

मिटाने को दूरियाँ पथिक अनजाना---  490 वीं पोस्ट
लीजिये यारों त्यौहार फिर होली का आ जावेगा

फिर से इक बार हिंदोस्तां रंगों में नहा जावेगा
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----फिर प्रक्रिया विस्फोट की शुरू हो बिखर जाती हैं
फिर मिटाने कोदूरियाँ यह होली यहाँ आ जाती हैं
पथिक अनजाना
http://pathic64.blogspot.com

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