बुधवार, 24 मई 2017

♥कुछ शब्‍द♥: #बसयूँही

♥कुछ शब्‍द♥: #बसयूँही: सदियों से वो लिखती आई प्रेम आंधी में तूफान में बाढ़ में सैलाब में लेकिन कभी देख न पाई वक़्त के थपेड़ों ने उस स्याही को कर दिया था फ...

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