शुक्रवार, 13 जनवरी 2023

चन्द माहिए

 



चन्द माहिए


1

घिर घिर आए बदरा,

बादल बरसा भी,

भीगा न मेरा अँचरा।


2

कुछ सपने दिखला कर,

लूट लिए मुझको,

सपनों के सौदागर।


3

कुछ रंग लगा ऐसा,

बन जाऊँ मैं भी,

कुछ कुछ तेरे जैसा।


4

सब प्यार जताते हैं,

कौन हुआ किसका,

सब अपनी गाते हैं?


5

माजी की यादें हैं,

लगता है जैसे,

कल की ही बातें हैं।


-आनन्द.पाठक-


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