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शुक्रवार, 19 सितंबर 2025

हमें तो लूट लिया


हमें तो लूट लिया फोन बनाने वालों ने 

 टेली कॉल वालों के  जी के जंजालों ने 


 अजब  मोबाइल है

गजब सी उस की उल्फ़त है 

नजदीकिया है दूरी 

दूरियां में क़ुर्बत है

कोई   दुखड़ा सुना रहा  

अपना व्हाट्सएप पे

कोई  लफड़ा चला रहा  अपना

स्नैपचैट पे 

 कोई उलझा  हुआ है फ़िल्टर के जमालो में

कोई फंस रहा  है fraudster के   जालों में

हमें तो लूट लिया मिल के ऐड वालों ने,

ओटीटी वालो वेब सीरीज वालो ने 


(ईकॉमर्स ऑनलाइन shopping)


फ्लिपकार्ट से  कई ऑफर मिले

डिस्काउंट मिले 

bad luck कि मेरे 

ट्रांजैक्शन सभी  बाउंस हुए 

फ्लिप्कार्ट ने  भी  मस्त मस्त कुछ डील दिए 

वॉलेट ने  गरीबी वाले   बड़े  फील दिए

उस पे आलम है  सभी साइट पे 

सेल भारी है

खरीदने की हमें   अजब सी ये  बीमारी  है

हमें तो लूट लिया  ईकॉमर्स वालो ने 

अडानी के सालों ने रिलायंस वालों ने


(Food delivery)


हम सुनाए उस रोज 

का  जो मसला था ...

हम  थे डाइट पे 

पिज्जा पे दिल ये  फिसला था ...

फोन खोला तो Swiggy पे 

 cheesy वो बाइट दिखी ..

जोमैटो पे स्वादिष्ट 

blackforest की डिलाइट दिखी ...

दिल को रोका बहुत

 दिल को हमने समझाया 

दिल  न माना

खाया बर्गर हमें करार आया

हमें तो लूट लिया मिल के फूड वालों ने,

जोमैटो वालो ने Swiggy वालों ने


 (सोशल मीडिया का जुनून)


घर में  उस रोज बड़ा   सा

 फंक्शन था 

सबका हमपे फुल्टू 

तब अटेंशन था 

बनाई रील और 

 इंस्टा पे  जब डाली हमने 

मिले खूब लाइक्स 

लगे ढेर  से फॉलोअर्स बनने 

मिले डॉलर और 

पैसों की भी बरसात हुई 

मम्मी और डैडी से इस बात  

पर खूब मुक्का लात हुई 

हमें तो लूट लिया गूगल के उन  लालों ने

ट्विटर  वालो ने  और youtube वालों ।


~संध्या राठौर







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