राम जन्मभूमि के शिलान्यास के
अवसर पर
नभ से देव सुमन बरसायेंगे
तब हम सब खुशी मनायेंगे
अपने घर में भारवंशी दिये जलायेंगे
नभचर-जलचर गीत खुशी के गायेंगे
नर-नारी, नागर-वनचारी मंगल राग सुनायेंगे
अद्भुत दृश्य देखकर अपने राम-सिया मुस्कायेंगे
कोरोना के कारण नहीं अयोध्या जा पायेंगे
सब अपने घर पर ही रहकर जमकर जश्न मनायेंगे
- विनीता अग्निहोत्री
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रविवार, 2 अगस्त 2020
राम जन्मभूमि के शिलान्यास के अवसर पर विनीता अग्निहोत्री की कविता
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल मंगलवार (04-08-2020) को "अयोध्या जा पायेंगे तो श्रीरामचरितमानस का पाठ करें" (चर्चा अंक-3783) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल मंगलवार (04-08-2020) को "अयोध्या जा पायेंगे तो श्रीरामचरितमानस का पाठ करें" (चर्चा अंक-3783) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सामयिक प्रस्तुति
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