चन्द माहिए
:1:
सजदे में इधर हैं हम
और उधर दिल है
दर पर तेरे जानम
;2;
जब से है तुम्हें देखा
दिल ने कब मानी
कोई लछ्मन रेखा
:3:
क्या बात हुई ऐसी
दिल में अब तेरे
चाहत न रही वैसी
:4:
समझो न ये पानी है
क़तरा आँसू का
ख़ुद एक कहानी है
5
इक राह अनोखी है
जाना है सब को
पर किसने देखी है ?
-आनन्द पाठक-
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आप का --सादर
हटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (24-01-2021) को "सीधी करता मार जो, वो होता है वीर" (चर्चा अंक-3949) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के जन्म दिन की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ-
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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