भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग में कार्यरत श्रीमती रजनी रजक को अखिल भारतीय रजक समाज द्वारा दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में ‘रजक’ विभूषण सम्मान - 2016 से सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोक गायिका श्रीमती रजनी ने अपनी मंचीय प्रस्तुति वर्ष 1980 से प्रारंभ की। 1980 से 1984 तक मंचीय प्रस्तुति के साथ आकाशवाणी रायपुर की नियमित गायिका के रूप में लोक गीतों की प्रस्तुति देने लगी। इनकी कला प्रतिभा को देखते हुए वर्ष 1985 में भिलाई इस्पात संयंत्र ने एक कलाकार के रूप में सेवा करने का अवसर प्रदान किया। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा लोककला सम्मान, लोकगाथा गायिका सम्मान, बिलासा महोत्सव बिलासपुर में बिलासा सम्मान, कला साहित्य की पत्रिका वसुंधरा द्वारा कला सृजन सम्मान, भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा आयोजित 32 वें छत्तीसगढ़ लोककला महोत्सव में दाऊ महासिंग चन्द्राकर सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है।
श्रीमती रजनी रजक लोकगीत एवं लोकगाथा के गायन विधा में पारंगत है। उन्हें लोकगीत, लोक नृत्य, लोक गाथा कथा गायन, लेखन प्रलेखन एवं रंग मंचीय संचालन का लगभग 30 वर्षों से वृहद् अनुभव है। इसके अलावा वे बेहतर तरीके से मंच संचालन का भी अपना दायित्व बखूबी निभा रही हैं।
श्रीमती रजनी रजक लोकगीत एवं लोकगाथा के गायन विधा में पारंगत है। उन्हें लोकगीत, लोक नृत्य, लोक गाथा कथा गायन, लेखन प्रलेखन एवं रंग मंचीय संचालन का लगभग 30 वर्षों से वृहद् अनुभव है। इसके अलावा वे बेहतर तरीके से मंच संचालन का भी अपना दायित्व बखूबी निभा रही हैं।
रजनी जी को हार्दिक बधाई!
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