लघुकथा-एक
तीव्र गति से चलती स्कूल-वैन चौराहे पर पहुंची. बत्ती
लाल थी. वैन को रुक जाना चाहिये था. परन्तु सदा की भांति चालक ने लाल बत्ती की
अवहेलना की और उसी रफ्तार से वैन चलाता रहा.
दूसरी ओर से सही दिशा में चलता एक दुपहिया वाहन बीच में
आ गया. वैन उससे टकरा कर आगे ट्राफिक सिग्नल से जा टकराई और पलट गई.
देखते-देखते कई लोग इकट्ठे हो गये. सब ने आनन-फानन में
अपने मोबाइल-फोन निकाले और उस भयानक दृश्य की तस्वीरें लेने और वीडियो बनाने में तत्परता
से व्यस्त हो गये.
हरेक का यही प्रयास था कि उसे ही सबसे अच्छे चित्र या
वीडियो मिलें. वहां एकत्र कुछ लोग निराश भी थे-वह अपना मोबाइल फोन लाना जो भूल गये
थे.
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (21-12-2018) को "आनन्द अलाव का" (चर्चा अंक-3192) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
thanks
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