नादां है बहुत
कोई समझाये दिल को
चाहता उड़ना आसमाँ में
है पड़ी पांव ज़ंजीर
कट चुके हैं पंख
फिर भी उड़ने की आस
..
नादां है बहुत
कोई समझाये दिल को
डगमगा रही नौका बीच भंवर
फिर भी लहरों से
जुझने को तैयार
परवाह नहीं डूबने की
मर मिटने को तैयार
नहीं मानता दिल यह समझाने से भी
जब तक है साँस, रहेगी आस तब तक
है संघर्ष ही जीवन
अंतिम क्षण आने तक
रेखा जोशी
बहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअति सुंदर लेख पढ़ कर बहुत अच्छा लगा Free Song Lyrics
जवाब देंहटाएंनमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरूवार 21 नवंबर 2019 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
वाह बहुत सुंदर आदरणीया 👌
जवाब देंहटाएंसादर नमन।
बेहद उम्दा....
जवाब देंहटाएंआपका मेरे ब्लॉग पर स्वागत है|
https://hindikavitamanch.blogspot.com/2019/11/I-Love-You.html
मैंने अभी आपका ब्लॉग पढ़ा है, यह बहुत ही शानदार है।
जवाब देंहटाएंSantali Mp3 Download
बहुत बढ़िया
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