चन्द माहिए
:1
सदक़ात भुला मेरा,
एक गुनह तुम को
बस याद रहा मेरा।
:2:
इक चेहरा क्या भाया,
हर चेहरे में वो
मख़्सूस नज़र आया।
;3:
हो जाता हूँ पागल,
जब जब साने से
ढलता तेरा आँचल।
4
उल्फ़त की यही ख़ूबी.
पार लगा वो ही
कश्ती जिसकी डूबी ।
5
क्या और तवाफ़ करूँ,
इतना ही समझा,
मन पहले साफ़ करूँ।
-आनन्द.पाठक-
मख़्सूस = प्रमुख, प्रधान.ख़ास तौर से
तवाफ़ = परिक्रमा, प्रदक्षिणा
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएं