मित्रों!

आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं।

बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए।


फ़ॉलोअर

मंगलवार, 22 मार्च 2022

चन्द माहिए

 

चन्द माहिए

:1:

जब प्यार भरे बादल,
सावन में बरसें,
भीगे तन-मन-आँचल।

 

 :2:

प्यासी आँखें तरसी,

बदली तो उमड़ी,

जाने न कहाँ बरसी ?

 

:3:

जब जब चमकी बिजली,

डरती रहती हूँ,

उन पर न गिरे, पगली !

 

 :4:

चातक की प्यास वही,

बुझ न सकी अबतक,

इक बूँद की आस रही।

 

5

ये दर्द हमारा है,

तनहाई में ज्यों,

तिनके का सहारा है।

 

-आनन्द.पाठक-

8800927181

6 टिप्‍पणियां: