चाय?
कितनी किस्में
जानती हूं मैं चाय की ?
तो सुनो -
नहीं मुझे
चाय का क्लासिफिकेशन !
मुझे ये भी नहीं पता
कि चाय का
सइटिफिक नाम क्या है ?
चाय की फॅमिली
किंगडम और रैंक क्या है ?
- क्यों ???
- क्यूंकि
चाय मेरा पहला
और कदाचित
आखरी इश्क़ है !
मगर हाँ
ये कहूँगी कि
भांति भांति की
चाय भांति भांति के
लोगो के साथ
पी है मैंने !!
वो लारी वाली चाय !
और
वो बस स्टैंड पे
श्री भोले भंडारी के स्टाल
की कटिंग वाली चाय !
बचपन में
भूटान की
फिर बरसो पहले
जापान की
नमक और मक्खन
वाली चाय!
बड़े लोगो संग
पांच सितारा
होटलों में
कंही फीकी तो
कभी काली चाय ?
वो कमांडर साहब के घर की
लेमनग्रास वाली चाय
और वो मंत्री साहब के
पी ए के घर की
दार्जलिंग की खास
लाख रुपए की चाय !
मगर
सच कहूं
जाने क्यों
तेरे संग संग पी जो
उस चाय में
अलग ही मज़ा है
तेरे होंठो से जूठी
ठंडी चाय में भी
तेरे इश्क़ का
अफीमी अफीमी
नशा है !
वाह...।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब।
Thanks Shastri Sir
हटाएंसुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंThank you Sir
हटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल गुरुवार (02-04-2020) को "पूरी दुनिया में कोरोना" (चर्चा अंक - 3659) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
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