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गुरुवार, 16 जून 2022

कितना खूबसूरत होता है

 कितना खूबसूरत होता है 

ऐसे तन्हा होना 

समुंदर की धड़कनों संग 

जागना सोना 


रात से तेरे सायों में

कभी कभी जुगनू होना 

चांदनी रातों में 

चांद सा मुझसे रूबरू होना


जागती आंखों का

खूबसूरत कोई सपना होना

मेरी एक ही ख्वाहिश है 

 तुझसा कोई  अपना होना 


Follow me on Twitter  @saanjh_savere 

3 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल शनिवार (18-06-2022) को चर्चा मंच     "अमलतास के झूमर"  (चर्चा अंक 4464)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'    

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  2. कुछ सपने वाकई हसीन लगते हैं सुंदर रचना

    जवाब देंहटाएं
  3. छोटी छोटी रोजमर्रा की छोटी खुशियां भी कितनी बड़ी होती है।
    सुंदर सृजन।

    जवाब देंहटाएं