मंत्री पद को गंगा स्नान
हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने संत रामदेव जी को ब्रांड एम्बेसडर बनाने के साथ मंत्री पद का दर्ज़ा देकर कांग्रेस
के धत कर्मों का प्रक्षालन ही किया है जिसने गुरु रामदेव जी की जान लेने की साजिश रची थी। आधी रात गए दिल्ली के
रामलीला मैदान पर उन पर हमला करवाया था।
कांग्रेस का एक आज़मी चेहरा रामदेव जी को बदनाम करने के लिए घिघिया के एक चैनल पर कह रहा था :जो
शर्तिया लड़का होने की दवा देता है उसे ये
सरकार मंत्री पद दे रही है।
इस बाबत यही कहा जा सकता है :चींटी जित जात छिद्र ढूंढत फिरत है।
ये महाशय उसी लकडबघा लोमड़ी कांग्रेस के प्रतिनिधि थे जो गत सात दशकों से बाघों का मुखौटा लगाए घूमती रही है।
विदेशों में जाकर याचक दीन - हीन बनी रही है। आज जब देश के शौर्य के प्रतीक सिंह को मोदी सरकार ने वैश्विक दोस्ती
का आकर्षक सहज स्वीकार्य प्रतीक
बनाया है।
कई सागरिकाएं ,इतर ,रक्तरंगी लेफ्टिए बगलें झाँक रहे हैं। कोई मोदी की जैकिट का भाव बता रहा है कोई शाल का। ये
उसी कांग्रेस का लोमड़िया -लक्कड़बघा नुमा चेहरा था जो गुजिश्ता बरसों में शहीद भगत सिंह से लेकर नेता जी सुभाष
चन्द्र के परिवारियों की नेहरूवियन नेतृत्व में जासूसी ,खुफियागिरी कराता रहा है।
आकस्मिक नहीं है लोग भारत में अपने नाम के आगे सिंह लगाते हैं चाहे वह राजपूत हों या ठाकुर ,सिख हों या यादव।
सिंह भारत के शौर्य और गौरव का प्रतीक रहा है जिसे इस लक्कड़बघिया सरकार ने गँवा दिया था जो मुखौटा बाघ का
लगाये रहती थी और अकेले में मृत पशुओं का भ्रष्टाचार रुपी मॉस खाती थी।
खट्टर सरकार का कांग्रेस को शुक्रिया अदा करना चाहिए जो गरिमा खो चुके मंत्री पद को गंगा स्नान करवा रही है।
कांग्रेस
के पापों का प्रक्षालन कर रही है।
जयश्रीकृष्णा।
हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने संत रामदेव जी को ब्रांड एम्बेसडर बनाने के साथ मंत्री पद का दर्ज़ा देकर कांग्रेस
के धत कर्मों का प्रक्षालन ही किया है जिसने गुरु रामदेव जी की जान लेने की साजिश रची थी। आधी रात गए दिल्ली के
रामलीला मैदान पर उन पर हमला करवाया था।
कांग्रेस का एक आज़मी चेहरा रामदेव जी को बदनाम करने के लिए घिघिया के एक चैनल पर कह रहा था :जो
शर्तिया लड़का होने की दवा देता है उसे ये
सरकार मंत्री पद दे रही है।
इस बाबत यही कहा जा सकता है :चींटी जित जात छिद्र ढूंढत फिरत है।
ये महाशय उसी लकडबघा लोमड़ी कांग्रेस के प्रतिनिधि थे जो गत सात दशकों से बाघों का मुखौटा लगाए घूमती रही है।
विदेशों में जाकर याचक दीन - हीन बनी रही है। आज जब देश के शौर्य के प्रतीक सिंह को मोदी सरकार ने वैश्विक दोस्ती
का आकर्षक सहज स्वीकार्य प्रतीक
बनाया है।
कई सागरिकाएं ,इतर ,रक्तरंगी लेफ्टिए बगलें झाँक रहे हैं। कोई मोदी की जैकिट का भाव बता रहा है कोई शाल का। ये
उसी कांग्रेस का लोमड़िया -लक्कड़बघा नुमा चेहरा था जो गुजिश्ता बरसों में शहीद भगत सिंह से लेकर नेता जी सुभाष
चन्द्र के परिवारियों की नेहरूवियन नेतृत्व में जासूसी ,खुफियागिरी कराता रहा है।
आकस्मिक नहीं है लोग भारत में अपने नाम के आगे सिंह लगाते हैं चाहे वह राजपूत हों या ठाकुर ,सिख हों या यादव।
सिंह भारत के शौर्य और गौरव का प्रतीक रहा है जिसे इस लक्कड़बघिया सरकार ने गँवा दिया था जो मुखौटा बाघ का
लगाये रहती थी और अकेले में मृत पशुओं का भ्रष्टाचार रुपी मॉस खाती थी।
खट्टर सरकार का कांग्रेस को शुक्रिया अदा करना चाहिए जो गरिमा खो चुके मंत्री पद को गंगा स्नान करवा रही है।
कांग्रेस
के पापों का प्रक्षालन कर रही है।
जयश्रीकृष्णा।
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