मित्रों!

आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं।

बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए।


फ़ॉलोअर

शुक्रवार, 17 अप्रैल 2015

Ksct :एक ताज़ा मामला (मेडिकल कंडीशन केस )

Ksct :एक ताज़ा मामला (मेडिकल कंडीशन केस )

पिछली पोस्ट में हमने Ksct के यात्रा पथ में थोड़ा पीछे मुड़के देखा था। आज एक नवीनतर मामले की चर्चा जिसका इलाज़  ज़ारी है:

 HIV-AIDS से ताल्लुक रखता है यह मामला। दोहरा दें इस मामले  का सम्बन्ध वर्तमान में ज़ारी चिकित्सा से है.यह मरीज़ पूछता गांछता आस का पल्लू पकड़े Ksct -Cure For Incurables ,Vidyaranyapura ,Bangluru फरवरी २०१५ में पहुंचा था। इसकी मेडिकल कंडीशन की बात करें तो इसकी चमड़ी से रिसाव होने लगा था। बदरंग हो गई थी चमड़ी।

आज तीन महीने के इलाज़ के बाद Pathological Findings (रोगनिदान संबंधी नैदानिक चिकित्सा जांच)के अनुसार इलाज़ शुरू होने के पहले की स्थिति की तुलना में उल्लेखनीय सुधार हो रहा है तथा उसकी चमड़ी की हालत ९० फीसद से अधिक सामान्य हो चुकी है।

शेखरजी का दावा  है कि ksct ने जो HIV-AIDS के मरीज़ों के जो विधायक चिकित्सा परिणाम (Pathologically proven ) दिए हैं वैसे परिणाम  पूरी  दुनिया  में तुलनात्मक ५% भी कोई नहीं दे पाया है।

 मरीज़ जब यहां पहुंचा था तब एक चम्मच पानी भी नहीं गटक पाता था। निरंतर ड्रिप्स पर था।  इलाज़ के तीन माह बाद अब उसे मटन तक खाने की अनुमति दे दी गई है।

यह व्यक्ति इलाज़ के लिए साथ आये दो -तीन व्यक्तियों की मदद के बावजूद अपने पैरों Ksct Clinic में  दाखिल भी नहीं हो पाया था। आज शेखरजी के परामर्श पर ३-४ किलोमीटर की Walk अपने आप कर आता है।

www.ksct.net

पूर्व प्रकाशित मामले :



(१)सोमवार, 13 अप्रैल 2015

2 टिप्‍पणियां:

  1. आपको सूचित किया जा रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल शनिवार (18-04-2015) को "कुछ फर्ज निभाना बाकी है" (चर्चा - 1949) पर भी होगी!
    --
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    जवाब देंहटाएं