अगर तुमने मेरा प्यार सजाया होता
अगर तुमने मुझे दिल से लगाया होता
नूर बनके चमकता तेरी जिंदगी में
तुम्हे काली रातों ने न सताया होता
गर तुम्हे मेरी शाम से उल्फत होती
या की मेरे नाम से मुहब्बत होती
गीली रेत पर लिख कर के मेरा नाम
कुछ सोच कर के न मिटाया होता
काश ऐसा होता तो अच्छा होता
के तेरा इश्क़ का दावा सच्चा होता
मेरा भी दावा है की हर एक वादा
मैंने तहे दिल से निभाया होता
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------शिवराज---
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