दर्शक नाचने लग जाते हैं—पथिकअनजाना-489
वीं पोस्ट
किरदारी निभाने आये यार दुनिया के रंगमंच पर
सभी नजरें फिसलती साथ संवाद लेखक,निर्देशक
पत्रकारिता, मूल्यांकक व आलोचक भी मौजूद हैं
हास्यापद, खोजते छिद्र व्यंग्य हेतू किरदार भी हैं
न सोचते दुनिया मंच पर उनका भी यही हाल हैं ---
कृपया आगे पढें ----------
http://pathic64.blogspot.com
बात ठीक कही है !
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