नपुंसक कौन
नपुंसक वह है जो विकलांगों की बैसाखियां खा जाता है। हमारे फौजियों के कटे हुए सर पाकिस्तान से वापस आते हैं तो भारत का विदेश मंत्री चीन में जाकर भारतवासियों को संयम बरतने की सलाह देता है। जब केजरीवाल तत्कालीन क़ानून मंत्री के पारिवारिक एन जी ओ का पर्दाफास करते हैं विकलांगों के पैसे हड़पने के मामले में तब यही व्यक्ति बौखलाहट में उन्हें कहतें हैं मेरे शहर में मेरी गली में आना तब मैं देखूंगा आपको। क्या ऐसा व्यक्ति मर्द कहाता है ?
ऐसा लगता है कांग्रेसी हाईकमान ने एक षंड (खस्सी सांड )को भोली कांग्रेसी गायों की दिखाऊ हिफाज़त (प्रतिरक्षा) के लिए प्रांप्ट करके छोड़ रखा है। लक्ष्य है किसी बिध साम्प्रदायिक आग भड़काना। क्या ऐसे षंड को मर्द कहा जाए ?
लोगों को कहते सुना गया है -ये आदमी भारत का विदेश मंत्री कम (भारतीय मुसलमान कम )मीर ज़ाफ़र ज्यादा लगता है।
मोदी ने विकलांगों की बैसाखियों का पैसा नहीं खाया है।
नपुंसक वह है जो विकलांगों की बैसाखियां खा जाता है। हमारे फौजियों के कटे हुए सर पाकिस्तान से वापस आते हैं तो भारत का विदेश मंत्री चीन में जाकर भारतवासियों को संयम बरतने की सलाह देता है। जब केजरीवाल तत्कालीन क़ानून मंत्री के पारिवारिक एन जी ओ का पर्दाफास करते हैं विकलांगों के पैसे हड़पने के मामले में तब यही व्यक्ति बौखलाहट में उन्हें कहतें हैं मेरे शहर में मेरी गली में आना तब मैं देखूंगा आपको। क्या ऐसा व्यक्ति मर्द कहाता है ?
ऐसा लगता है कांग्रेसी हाईकमान ने एक षंड (खस्सी सांड )को भोली कांग्रेसी गायों की दिखाऊ हिफाज़त (प्रतिरक्षा) के लिए प्रांप्ट करके छोड़ रखा है। लक्ष्य है किसी बिध साम्प्रदायिक आग भड़काना। क्या ऐसे षंड को मर्द कहा जाए ?
लोगों को कहते सुना गया है -ये आदमी भारत का विदेश मंत्री कम (भारतीय मुसलमान कम )मीर ज़ाफ़र ज्यादा लगता है।
मोदी ने विकलांगों की बैसाखियों का पैसा नहीं खाया है।
its an idea to change topics
जवाब देंहटाएंand is used by all politicians in India
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार (26-07-2014) को भोले-बाबा अब तो आओ { चर्चा - 1536 } में "अद्यतन लिंक" पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'