श्रुति मन्त्र सरीखी पावन जिनकी वाणी है ,
भारत का जन मन उन पर बलिहारी है।
जगद्गुरु कृपालुजी महाराज का आज ९२ वां जन्मदिन है इस अवसर पर उन्हें समर्पित भाव :
श्रुति मन्त्र सरीखी जिनकी पावनवाणी है ,
भारत का जन मन उन पर सदा बलिहारी है।
जगद्गुरु महान कृपालु प्रेमरसावतारी हैं,
जननी उनकी सकल पूज्य सन्नारी है।
श्रद्धावनत शिष्य मण्डली सुरभित सी फुलवारी है ,
दृष्टि सहजा ,सुखदा वरदा और सुमंगल कारी है।
शत शत नमन कहे ,हर सेवक श्रीपदाम्बुजानुचारी है ,
http://www.youtube.com/results?search_query=jkyog.org&oq=jkyog.org&gs_l=youtube.3..0.3629.9659.0.10977.9.6.0.3.3.0.90.447.6.6.0...0.0...1ac.1.11.youtube.eMI_Gxx-ey8
शत शत नमन कहे ,हर सेवक श्रीपदाम्बुजानुचारी है ,
सर्वशाश्त्र पारंगत ऐसे संत की ,शोभा न्यारी है ,
जन्म दिवस हों ,पार -शतायु ,कामना हमारी है ,
भारत भू ऐसे ऋषियों की अद्भुत सुन्दर क्यारी है।
http://www.youtube.com/results?search_query=jkyog.org&oq=jkyog.org&gs_l=youtube.3..0.3629.9659.0.10977.9.6.0.3.3.0.90.447.6.6.0...0.0...1ac.1.11.youtube.eMI_Gxx-ey8
जगतगुरू कृपालु महराज की जय, जन्मदिन की मंगल शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (20-10-2013)
शेष : चर्चा मंचःअंक-1404 में "मयंक का कोना" पर भी होगी!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
जन्मदिन पर शुभकामनाएं सुंदर अभिव्यक्ति !
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