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सोमवार, 23 दिसंबर 2013

दुनिया मात्र बारात हैं-----पथिक अनजाना (सतनाम सिंह साहनी ) ----४२९ वीं पोस्ट








                                                        दुनिया मात्र बारात हैं  ४२९
 बुद्धिमता की सर्वोच्च पहचान क्या होती है
सजाया कैसे उत्तम ढंग से जीवन मोती हैं
समझ सोच व निर्णय क्या इंसा के हाथ हैं
हालात .हार्दिक लोभ दिलाते शह या मात हैं
चातुर्य प्रदर्शन मंच  दुनिया उसके साथ हैं
जब भोगते तब माने दुनिया मात्र बारात हैं

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