वो अपनी औकात क्यों नहीं समझते
वो माँ बेटा- पर्ची देखकर ही सही पढ़ तो लेते हैं भारत की जनता इतने से ही संतुष्ट हो जाती है। हाईकमान माँ- बेटे की औकात वह बाखूबी जानती समझती है। अफ़सोस ये है वे अपनी औकात खुद क्यों नहीं समझते।पर्ची से हटके जुमले बाज़ी पर क्यों उतर आते हैं।उनके लिए यही उचित है मोबाइल से देखकर पढ़ लिख लिया करें ,शोक सन्देश लिख दिया करें।
मुहावरों की भाषा हईकोर्ट के कई वकील उन्हें सिखा देते हैं। माँ -बेटा वैसा ही बोल देते हैं।जब पिटाई होती है तो उनका सिर भन्ना जाता है। वकील साहब से जिन्हें भारत की जनता उकील साहब कहती है आकर पूछने लगते हैं अब क्या करें।
हाल ही में इन्होनें ने प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी को हवाबाज़ कह दिया हवा बाज़ी करने वाला करार दिया। प्रत्युत्पन्न मति हाज़िर ज़वाब सब कुछ सोच समझकर बोलने वाले हमारे मोदी साहब कब चूकने वाले थे। उन्होंने कहा जब से हमने काला धन ढूंढने की गति बढ़ा दी है कुछ हवाले बाज़ और एक राष्ट्रीय हवाला पार्टी घबराने लगी है।
हमारा मनीष तिवारियों और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे उकीलों से निवेदन है वे भी अपने हाईकमान की औकात समझें और उनकी भद्द न पिटवाएं हमें बहुत बुरा लगता है।
वो माँ बेटा- पर्ची देखकर ही सही पढ़ तो लेते हैं भारत की जनता इतने से ही संतुष्ट हो जाती है। हाईकमान माँ- बेटे की औकात वह बाखूबी जानती समझती है। अफ़सोस ये है वे अपनी औकात खुद क्यों नहीं समझते।पर्ची से हटके जुमले बाज़ी पर क्यों उतर आते हैं।उनके लिए यही उचित है मोबाइल से देखकर पढ़ लिख लिया करें ,शोक सन्देश लिख दिया करें।
मुहावरों की भाषा हईकोर्ट के कई वकील उन्हें सिखा देते हैं। माँ -बेटा वैसा ही बोल देते हैं।जब पिटाई होती है तो उनका सिर भन्ना जाता है। वकील साहब से जिन्हें भारत की जनता उकील साहब कहती है आकर पूछने लगते हैं अब क्या करें।
हाल ही में इन्होनें ने प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी को हवाबाज़ कह दिया हवा बाज़ी करने वाला करार दिया। प्रत्युत्पन्न मति हाज़िर ज़वाब सब कुछ सोच समझकर बोलने वाले हमारे मोदी साहब कब चूकने वाले थे। उन्होंने कहा जब से हमने काला धन ढूंढने की गति बढ़ा दी है कुछ हवाले बाज़ और एक राष्ट्रीय हवाला पार्टी घबराने लगी है।
हमारा मनीष तिवारियों और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे उकीलों से निवेदन है वे भी अपने हाईकमान की औकात समझें और उनकी भद्द न पिटवाएं हमें बहुत बुरा लगता है।
Narendra Modi’s answer to Sonia Gandhi’s
‘hawabaazi’ remark: Congress is ‘hawalabaaz’
Two days after Sonia Gandhi’s “hawabaazi’’ barb at him, Prime Minister Narendra Modi hit back Thursday at the Congress calling it “hawalabaaz’’ or corrupt.
Holding the Congress responsible for the stalemate in Parliament during the monsoon session, Modi told BJP workers in Bhopal: “Yeh hawalabaazon ki jamaat (this gathering of the corrupt)… is creating obstructions in a democracy because the ground beneath their feet is sinking. I know what is bothering them. It’s the law on black money.’’ -
He said his government had hoped to pass key legislations but that did not happen. “We thought our political rivals will respect the verdict, tempers will cool down, Parliament will eventually work and important decision will be taken. Senior ministers were in touch with rival parties. Except one (Congress), all felt Parliament should function,’’ he said. Accusing the Congress of being “arrogant” and not ready to introspect even after the Lok Sabha poll defeat, he said there was introspection in the BJP after the 1984 defeat.
The party, he recalled, had only two MPs and all, including Atal Bihari Vajpayee, lost in the election. “Though the 1984 result was considered a tribute (shraddhanjali) to Indira Gandhi, we did not shift the blame or criticise anyone. We sought counsel instead. We kept trying and after 30 years, we formed a government with a clear majority. The Congress, which once had 400 members, is now down to 40,’’ Modi said, recalling how former Prime Minister Rajiv Gandhi “used to make fun of us… we had to listen to it’’.
The Prime Minister said many of his schemes like financial inclusion and direct benefit transfer were bringing about drastic changes without getting headlines. He said the transfer of LPG subsidy to account holders had reduced the number of (bogus) connections by nearly five crore to save Rs 90,000 crore every year.
“Ye hawalabaazon ka khel chal raha tha… The same hawalabaaz are now calling us to account.” Modi asked party workers to find ways to take the sanitation campaign to every nook and corner of the country between September 25 and October 2 — the birth anniversaries of Deen Dayal Upadhyaya and Mahatma Gandhi.
- See more at: http://indianexpress.com/article/india/india-others/pm-modis-answer-to-sonia-gandhis-hawabaazi-remark-congress-is-hawalabaaz/#sthash.q431qJqF.dpuf
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