सेन होज़े (सिलिकॉन वैली )में मोदी जी के उदगार के कुछ अंश :
इक्कीसवीं सदी हिन्दुस्तान की सदी है ये बदलाव आलमी सोच में 'मोदी,मोदी ,मोदी 'कहने से नहीं आया सवा अरब लोगों के संकल्प से आया है। आज ऐसा वक्त आया है ,दुनिया हिन्दुस्तान से जुड़ने के लिए लालायित हो रही है।ये जो विश्वास का वातावरण पैदा हुआ है यह हिन्दुस्तान को नै ऊँचाइयों तक पहुंचाएगा। जो हिन्दुस्तान में बैठे हिन्दुस्तान देखते हैं उनसे ज्यादा बारीकी से हिन्दुस्तान आपको दिखाई देता है।
मैंने जो वायदा किया था इसका मैं पूरी तरह पालन कर रहा हूँ। मैं दिन रात कड़ी मेहनत कर रहा हूँ। आज १८ महीने बाद मुझे आपका सर्टिफिकेट चाहिए। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ हम जिएंगे तो भी देश के लिए और मरेंगे तो भी देश के लिए। मेरा विश्वास है देश आगे बढ़ेगा। मेरा देश जवान है ,६५ प्रतिशत जनसंख्या जिस देश की ३५ साल से कम उम्र की हो वह देश दुनिया में क्या नहीं कर सकता है।
कल भारत उपनिषद के लिए जाना जाता था आज उपग्रह के लिए जाना जाता है। तकरीबन १७० विभागों में आज भारत ने स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
आज गरीब से गरीब का बैंक खाता खुल गया। प्रधान मंत्री जनगण योजना के तहत १८ करोड़ एकाउंट ज़ीरो अमाउंट से खुल गए हैं। इन अकाऊंटों में आज ३२ करोड़ से ज्यादा रुपया मेरे देश के गरीबों ने आगे बढ़के खुद जमा करवाया है सौ सौ पचास की राशि जमा करके।
मैं गऱीबों की अमीरी देखना चाहता हूँ।
जनगण -आधार- मोबाइल (JAM) योजना इसमें मदद करेगी ,भ्रष्टाचार भी कम करेगी।मैं किसान की जमीन का हेल्थ कार्ड निकालने चला हूँ। आइन्दा किसान को नीम कोडिंग वाला यूरिया मिलेगा। अभी तक यह रासायनिक कारखानों में चला जाता था।
अपने जन्म के बाद भी आज संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद की परिभाषा तय नहीं कर पाया है। एक बार ब्लेक एंड वाइट में तय हो जाना चाहिए कि टेररिज़्म है क्या ?आतंकवाद आतंकवाद होता है गुड और बेड टेररिज़्म नहीं होता। ये दुनिया के किसी भी देश में जा सकता है। कल तक जो इसे ला एंड आर्डर प्रॉब्लम मानते थे आज उन्हें भी ब्रह्म ज्ञान हो गया है वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद।
इक्कीसवीं सदी को आतंकवाद के कलंक से बचाना होगा।
इक्कीसवीं सदी हिन्दुस्तान की सदी है ये बदलाव आलमी सोच में 'मोदी,मोदी ,मोदी 'कहने से नहीं आया सवा अरब लोगों के संकल्प से आया है। आज ऐसा वक्त आया है ,दुनिया हिन्दुस्तान से जुड़ने के लिए लालायित हो रही है।ये जो विश्वास का वातावरण पैदा हुआ है यह हिन्दुस्तान को नै ऊँचाइयों तक पहुंचाएगा। जो हिन्दुस्तान में बैठे हिन्दुस्तान देखते हैं उनसे ज्यादा बारीकी से हिन्दुस्तान आपको दिखाई देता है।
मैंने जो वायदा किया था इसका मैं पूरी तरह पालन कर रहा हूँ। मैं दिन रात कड़ी मेहनत कर रहा हूँ। आज १८ महीने बाद मुझे आपका सर्टिफिकेट चाहिए। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ हम जिएंगे तो भी देश के लिए और मरेंगे तो भी देश के लिए। मेरा विश्वास है देश आगे बढ़ेगा। मेरा देश जवान है ,६५ प्रतिशत जनसंख्या जिस देश की ३५ साल से कम उम्र की हो वह देश दुनिया में क्या नहीं कर सकता है।
कल भारत उपनिषद के लिए जाना जाता था आज उपग्रह के लिए जाना जाता है। तकरीबन १७० विभागों में आज भारत ने स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
आज गरीब से गरीब का बैंक खाता खुल गया। प्रधान मंत्री जनगण योजना के तहत १८ करोड़ एकाउंट ज़ीरो अमाउंट से खुल गए हैं। इन अकाऊंटों में आज ३२ करोड़ से ज्यादा रुपया मेरे देश के गरीबों ने आगे बढ़के खुद जमा करवाया है सौ सौ पचास की राशि जमा करके।
मैं गऱीबों की अमीरी देखना चाहता हूँ।
जनगण -आधार- मोबाइल (JAM) योजना इसमें मदद करेगी ,भ्रष्टाचार भी कम करेगी।मैं किसान की जमीन का हेल्थ कार्ड निकालने चला हूँ। आइन्दा किसान को नीम कोडिंग वाला यूरिया मिलेगा। अभी तक यह रासायनिक कारखानों में चला जाता था।
अपने जन्म के बाद भी आज संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद की परिभाषा तय नहीं कर पाया है। एक बार ब्लेक एंड वाइट में तय हो जाना चाहिए कि टेररिज़्म है क्या ?आतंकवाद आतंकवाद होता है गुड और बेड टेररिज़्म नहीं होता। ये दुनिया के किसी भी देश में जा सकता है। कल तक जो इसे ला एंड आर्डर प्रॉब्लम मानते थे आज उन्हें भी ब्रह्म ज्ञान हो गया है वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद।
इक्कीसवीं सदी को आतंकवाद के कलंक से बचाना होगा।
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